DTC पर कैसे चढ़ा 65 हज़ार करोड़ का कर्ज, CAG रिपोर्ट में हुआ खुलासा ।।
CAG ने बताया कि डीटीसी ने कोई कारोबारी योजना तैयार नहीं की और न ही दिल्ली सरकार के साथ कोई समझौता किया, जिससे इसके नुकसान को कंट्रोल करने में मदद मिल सके। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ
ब्यूरो रिपोर्ट, पी24 न्यूज़,
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा में डीटीसी पर CAG की रिपोर्ट पेश की। ये रिपोर्ट वित्तीय वर्ष 2021-22 तक की स्थिति को दर्शाती है। रिपोर्ट के मुताबिक, डीटीसी की देनदारियां 2015-16 में 28,263 करोड़ रुपये से बढ़कर 2021-22 में 65,274 करोड़ रुपये हो गईं। इस दौरान डीटीसी को 14,000 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हुआ।
CAG ने बताया कि डीटीसी ने कोई कारोबारी योजना तैयार नहीं की और न ही दिल्ली सरकार के साथ कोई समझौता किया, जिससे इसके नुकसान को कंट्रोल करने में मदद मिल सके। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ किडीटीसी का बस बेड़ा 2015 में 4,344 से घटकर 2023 में 3,937 हो गया। .
पुरानी बसों की संख्या बढ़ी, लेकिन नई बसों की खरीद में देरी हुई। इसके अलावा, 3,697 बसों में लगे सीसीटीवी सिस्टम काम नहीं कर रहे हैं और ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम भी मई 2020 से बंद पड़ा है। CAG ने डीटीसी के खराब रखरखाव और रूट प्लानिंग की भी आलोचना की है।
- डीटीसी को लेकर बड़ा खुलासा
- 65 हजार करोड़ के कर्ज में डीटीसी
- बीजेपी ने 'आप' पर लगाए आरोप
- डीटीसी बसों का बेड़ा कम हुआ
- डीटीसी बेड़े में 3,937 बसें ही बची
- आय में 14 हजार करोड़ का नुकसान
रिपोर्ट पेश होने के बाद बीजेपी ने AAP पर हमला बोला। दिल्ली के मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार पारदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध है और पहले की AAP सरकार की गलतियों को उजागर करेगी। बीजेपी विधायक हरीश खुराना ने आरोप लगाया कि AAP ने 11,000 नई बसों का वादा किया था, लेकिन बेड़ा घट गया। दूसरी ओर, AAP ने दावा किया कि इस रिपोर्ट में कोई घोटाला नहीं दिखा। पार्टी ने कहा कि उन्होंने 10 साल तक किराया नहीं बढ़ाया और महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा सुनिश्चित की।