दिल्ली जल बोर्ड मूर्ति विसर्जन के लिए बनाएगा कृत्रिम तालाब ।

आज दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज के द्वारा  एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई जो कि DJB हेडक्वार्टर में रखी गई जिसमें उन्होने कहा की इस बार की दुर्गा पूजा बहुत ही विशाल और सुरक्षित तरीके के साथ मनाई जाएगी । दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी, दिल्ली पुलिस, बाढ़ एवं सिंचाई विभाग, दक्षिण दिल्ली के एसडीएम और दुर्गा पूजा समिति के प्रतिनिधि इस मीटिंग में शामिल हुए, साथ ही अन्य विभाग के  अधिकारी भी इसमें जुड़े हुए थे।

दिल्ली जल बोर्ड मूर्ति विसर्जन के लिए बनाएगा कृत्रिम तालाब ।

Delhi ( Riya Sharma) || आज दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज के द्वारा  एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई जो कि DJB हेडक्वार्टर में रखी गई जिसमें उन्होने कहा की इस बार की दुर्गा पूजा बहुत ही विशाल और सुरक्षित तरीके के साथ मनाई जाएगी । दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी, दिल्ली पुलिस, बाढ़ एवं सिंचाई विभाग, दक्षिण दिल्ली के एसडीएम और दुर्गा पूजा समिति के प्रतिनिधि इस मीटिंग में शामिल हुए, साथ ही अन्य विभाग के  अधिकारी भी इसमें जुड़े हुए थे।

आज की इस चर्चा का सीधा मुद्दा यमुना में बढ़ते प्रदूषण का है जो कि विसर्जन के बाद होता हैं  और इस समस्या को ध्यान में रखते हुए, DJB के उपाध्यक्ष ने पूरे नागरिक प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया की एक कृत्रिम तालाब बनाया जाएगा जो की सिर्फ पूजा के बाद मूर्तियों के विसर्जन के लिए ही होगा। 


सौरभ भारद्वाज ने बाढ़ एवं सिंचाई विभाग को निर्देश दिए की कृत्रिम तालाब बनाया जाए  जो की सिर्फ विसर्जन के लिए ही होगा ताकि भक्तों को विसर्जन के लिए यमुना नदी न जाना पड़े साथ ही उन्होने दिल्ली जल बोर्ड को भी निर्देश दिए की जल की व्यवस्था तालाब में इतनी होनी चाहिए की विसर्जन आरामदेह हो सके। आगे उन्होने कहा की यह सारी व्यवस्था दुर्गा पुजा आने तक हो जाए जिससे दुर्गा पूजा भव्य तरीके से हो, और तालाब के आसपास का क्षेत्र में स्वच्छता, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था व सुरक्षा की पुर्ण व्यवस्था हो ताकि भक्तों को कोई परेशानी न हो।


आखिर में निष्कर्ष देते हुए उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा की दुर्गा पूजा के समय दिल्ली में खास तौर पर साउथ के हिस्से में ज्यादा भीड़ होगी जिसके लिए सुरक्षा सम्पूर्ण होनी चाहिए साथ ही दुर्गा पुजा के दौरान और बाद में सारी व्यवस्था सम्पूर्ण रूप से होनी चाहिए ताकि भक्तों को कोई परेशानी न हो।