यमुना के किनारे बसी ढेहा बस्ती में अवैध निर्माणों पर कोर्ट के आदेशों के बाद चला सरकार का पीला पंजा ..........

मालिक संजय आनंद ने बताया कि हमने काफी बार इन लोगों को कहा कि यह जगह खाली कर दो उन्होंने जगह खाली नहीं की ।जब हम लोग इनको समझाने आते थे तो हमें पत्थर मारते थे। हम यहां आने से डरते थे पांच सात बार हम पुलिस में भी गए ।हम लोग झगड़ नहीं सकते। फिर उसके बाद मेरे भतीजे ने तरुण चौधरी जी की कोर्ट में इसका केस डाला कोर्ट ने इस जगह को खाली कराने के आदेश दिए ।तीन चार बार पुलिस की तरफ से भी अल्टीमेटम दिया गया।

यमुना के किनारे बसी ढेहा बस्ती में अवैध निर्माणों पर कोर्ट के आदेशों के बाद चला सरकार का पीला पंजा ..........

यमुनानगर के तीर्थ नगर में यमुना के किनारे बसी ढेहा बस्ती में अवैध निर्माणों पर आज कोर्ट के आदेशों के बाद चला पीला पंजा।दरअसल ये ज़मीन यमुनानगर के  संजय आनंद की है जमीन मालिक ने यहां के लोगो को कई बार समझाया की उनकी जगह पर अवैध निर्माण न करे लेकिन उसके बाद भी यहाँ अवैध निर्माण हुआ जिसके बाद ज़मीन मालिक ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट ने यहाँ बने अवैध निर्माण को खाली करवाने के आदेश दिए।जिसके बाद आज प्रशासनिक अधिकरियों ने भारी पुलिस बल के साथ कब्ज़ा मुक्त करवाया।वही टीम लगभग कारवाई पूरी कर चुकी थी तब लोगो ने टीम पर पथराव किया जिसमें एक कर्मचारी घायल हुआ और जेसीबी के शीशे तोड़े गए।अवैध निर्माण पर चला पीला पंजा।पूरा इलाका हुआ पुलिस छावनी में तब्दील।जब सालों से यहाँ ढेहा बस्ती में रह रहे लोगो के आशियाने पर पीला पंजा चला तो उनके हाल बेहाल हो गए ।यहाँ रह रहे लोगो ने जमकर हंगामा किया कभी जेसीबी रोकने का प्रयास तो ज़मीन मालिक के साथ बहस।दो लोग इस दौरान बेहोश भी हुए।सबकुछ कोर्ट के आदेशों से किया गया।लेकिन जब गरीबो का आशियाना उजड़ा तो रोते बिलखते हाथ जोड़ते नजर आए।और अवैध निर्माण न तोड़ने की गुहार लगाते रहे। अवैध निर्माण हटाए जाने के बाद यहां रह रहे लोगों का कहना था कि काफी लंबे सालों से यहां पर रह रहे है  उनके बुजुर्ग यहाँ रहते  थे और बुजुर्ग भी अब मर चुके हैं उस समय यहां पर जंगल हुआ करता था ।अब हम भी बुजुर्ग हो चुके हैं। हम बेहद गरीब लोग हैं हमारे साथ बेहद नाजायज हुआ है ।गरीब बस्ती के साथ कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा हमें प्रशासन द्वारा सूचित किया गया था। एक बार। हम उसके बाद तीन चार बार इस जगह के मालिक हैं उनके पास गए थे कि हमें जमीन दे दी जाए तो मालिक ने कहा था कि आप यहीं रहो आप कुछ भी देंगे आपको जमीन दे दी जाएगी आज हमारे घरों को तोड़ दिया गया उनका कहना है कि जो यहां के मालिक है इस जगह के उनके पिता को पैसे दिए गए थे लेकिन उनके पास अभी कोई दस्तावेज नहीं है उस समय किसी ने 5000 10000 दिए लेकिन वो दस्तावेज भी नहीं है।