प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आमदनी दौगुना करने की योजना को लगें पंख

जींद ने कि है जिसमें उर्वरक डीलरों के 15 दिवसीय एकीक्रत पो"क तत्व प्रबंधन पर सर्टिफिकेट प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें प्रथम प्रशिक्षण में राज्य भर से 30 उर्वरक डीलरों को शामिल किया गया है विभाग का मानना है कि यदि विक्रेता को प्राथमिक कृषि ज्ञान दिया जाता है तो किसान के पास यह ज्ञान सहज ही पहुंच जायेगा व इससे किसान को सुदढ करने में काफी कामयाबी मिलेगी क्योंकि जब किसान इनपुट खरीदने के लिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आमदनी दौगुना करने की योजना को लगें पंख

प्रदेश भर के उर्वरक डीलरों को कि" विशेज्ञों द्वारा दिया जा रहा है प्रशिक्षण कृषि  विभाग का मानना का है कि किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा,क्योंकि विभाग में फिल्ड स्टाफ की कमी महसूस की जा रही है ऐसी परिस्थिति में किसानों तक तकनीकी ज्ञान पहॅुचाने का यह बेहद सराहीनय कदम हैकिसान सर्वप्रथम  कृषि सामग्री (बीज,खाद,दवाई)विक्रेता के पास  कृषि सामग्री लेने जाता है यदि ये विक्रेता उसी समय किसान को मूल ज्ञान दे दें और किसान उसके अनुरूप कि" सामग्री खरीदें व इनका प्रयोग करें तो किसान की आमदनी तो बढे़गी ही अपितु कृषि खर्च भी कम होगा उर्वरक डीलरों को प्रशिक्षण देने में हरियाणा भारत का प्रथम राज्य बन गया हैअब इसमें कोई दोराय नही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की दोगुनी आय करने की योजना को अब पखं लग गए है यह बेहतर पहल राष्ट्रीय कृषि   विस्तार प्रबंध संस्थान हैदराबाद के सौजन्य से हरियाणा  कृषि विस्तार प्रबंध संस्थान जींद ने कि है जिसमें उर्वरक डीलरों के 15 दिवसीय एकीक्रत पो"क तत्व  प्रबंधन पर सर्टिफिकेट प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें प्रथम प्रशिक्षण में राज्य भर  से 30 उर्वरक डीलरों को शामिल किया गया है विभाग का मानना है कि यदि विक्रेता को प्राथमिक कृषि ज्ञान दिया जाता है तो किसान के पास यह ज्ञान सहज ही पहुंच जायेगा व इससे किसान को सुदढ करने में काफी कामयाबी मिलेगी क्योंकि जब किसान इनपुट खरीदने के लिए कि" सामग्री की दुकानों पर जाते हैं तो यह पाठयक्रम उनके दरवाजे पर ही किसानों की कठिनाइयों को कम करेगा किसान फसल इनपुट की खरीद के समय सही सलाह पा सकेंगें तथा सही इनपुट का चयन करके फसलों की उत्पादकता को बढ़ाने में सहायक सिद्व होगा हरियाणा  कृषि प्रबंधन एवम विस्तार प्रशिक्षण  संस्थान  जींद के निदेशक डाक्टर कर्मचंद ने बताया कि यह प्रशिक्षण आरंभ करने में हरियाणा भारत का प्रथम राज्य बन गया है इस प्रशिक्षण में उर्वरक डीलरों को चौधरी चरणसिंह हरियाणा कि" विश्वविद्यालय,हिसार से विश्ज्ञों को बुलाकर मूल ज्ञान दिया जा रहा है ताकि डीलर फसल के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर किसानों से सॉझा कर सके उन्होने बताया कि हम इसके करने उपरांत फील्ड स्टाफ की कमी की भरपाई भी कर सकेगें और किसान की आय को दोगुना करने के हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  और प्रदेश सरकार के सपनों को पूरा सकेंगें यहां प्रशिक्षण देने के लिए विशे" तौर पर आए चौधरी चरणसिंह हरियाणा  कृषि विश्वविद्यालय,हिसार  के शस्य विज्ञान के विभागाध्यक्ष डाक्टर समुद्र सिंह ने बताया कि इस प्रशिक्षण के माध्यम डीलरों को बारीकी से बताया जाता है कि सप्रे किस प्रकार कितनी उचांई अथवा कोनसी नोजल प्रयोग करनी है और कितनी मात्र में किटनाशक एंव खाद का प्रयोग करना है ताकि व खरीद के समय किसान को बेहतर ज्ञान दे सके उन्होने बताया किसान की आमदनी बढेगी तो डीलर की भी आय बढेगी प्रशिक्षण लेने आए  डीलरों ने बताया कि यह प्रशिक्षण उनके एंव किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा और सरकार की यह सराहनीय पहल है