घरों से कूड़ा उठाने पर लगाये गए सर्विस टैक्स के खिलाफ बहादुरगढ़ में शुरू हुआ धरना
जबकि ठेकेदार षहर के किसी भी घर से जाकर कूड़ा इकठ्ठा नही कर रहा है। एनजीटी के बहाने सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है। गुपचुप तरीके से तो ये भी प्लानिंग है कि हाउस टैक्स के बिलों में ही सफाई टैक्स जोड़कर लोगों से वसूली की जायेगी।
बहादुरगढ़ (योगेंद्र सैनी ) || बहादुरगढ़ में सफाई के नाम पर लगाये गये सर्विस टैक्स के विरोध में अब शहर के पार्षद औश्र सामाजिक संगठनों से जुडे लोगों ने धरना दिया। सुबह के समय लोगा नगर परिषद के गेट सामने इक्टठे हुये और सराकर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों का कहना है कि करोड़ों रूप्ये ठेकेदार को देने वाली बहादुरगढ़ नगर परिशद अब षहरवासियों पर सफाई का टैक्स लगा रही है। 19 जुलाई को हुई नगर परिशद की बैठक में विरोध के बीच बहुमत से प्रस्ताव पास भी कर दिया।
बहादुरगढ़ नगर परिशद के इस फैसले से आम लोगों की जेब पर असर पडेगा। आपको बता दें कि बहादुरगढ़ नगर परिशद सफाई के नाम पर अलग अलग टेंडर के जरिये करीब डेढ़ करोड़ रूप्ये महावार खर्च कर रही है। घर घर से कूड़ा उठाने के लिये ही 35 लाख का टेंडर छोड़ रखा है बावजूद इसके घरों से कूड़ा नही उठाया जा रहा है। अब घर घर से कूड़ा उठाने के नाम पर ही सर्विस चार्ज लगाने की बात हो रही है। बहाना एनजीटी का बनाया जा रहा है जबकि पूरी कार्यवाही सोलिड वेस्ट मैनेजमैंट कानून के तहत की जा रही है। धरना दे रहे लोगों का कहना है कि सफाई के नाम पर नगर परिशद के धन की तो सफाई की ही जा रही है लेकिन अब लोगों की जेब की सफाई वो किसी सूरत में नही होने देंगे।दरअसल घर घर से कूड़ा उठाने के नाम पर लगने वाले सर्विस चार्ज के पीछे ही असलियत कुछ और ही है। ठेकेदार भी घर घर से कूड़ा उठाने के नाम पर 35 लाख नगर परिशद से ले रहा है। जबकि ठेकेदार षहर के किसी भी घर से जाकर कूड़ा इकठ्ठा नही कर रहा है। एनजीटी के बहाने सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है। गुपचुप तरीके से तो ये भी प्लानिंग है कि हाउस टैक्स के बिलों में ही सफाई टैक्स जोड़कर लोगों से वसूली की जायेगी। लोगों को इस टैक्स के बारे में पता लगते ही सोशल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे से सम्पर्क साधा और उसके बाद धरना शुरू किया गया है। अब देखना यह होगा कि शहर के आम लोगों की आवाज सरकार के कानों तक पहुंची है या नहीं।