पहली बारिश ने प्रशासन के सभी दावे की खोली पोल

स सीजन की पहली बारिश ने प्रशासन के सभी दावे की पोल खोल कर रख दी है। पूरा रोहतक शहर पानी-पानी हो गया। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, सड़कों पर कई-कई फीट पानी जमा हो गया, जिस कारण वाहन फंस गए और लोगों को सीवर के गंदे पानी से निकलने को मजबूर होना पड़ा।

पहली बारिश ने प्रशासन के सभी दावे की खोली पोल

Rohtak (Harshwardhan) || इस सीजन की पहली बारिश ने प्रशासन के सभी दावे की पोल खोल कर रख दी है। पूरा रोहतक शहर पानी-पानी हो गया। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, सड़कों पर कई-कई फीट पानी जमा हो गया, जिस कारण वाहन फंस गए और लोगों को सीवर के गंदे पानी से निकलने को मजबूर होना पड़ा। सुबह तकरीबन साढ़े 6 बजे शुरू हुई बरसात इतनी तेज थी कि एक घंटे के अंदर ही पूरा शहर पानी का तालाब बन गया।

जो लोग घरों से बाहर निकले, वे रास्ते में फंस गए, क्योंकि सड़के तालाब बन गई थी और जगह-जगह पानी में वाहन फंसे नजर आए। धीरे-धीरे बारिश की रफ्तार कम हुई तो लोगों ने भी घरों से अपने काम धंधे के लिए निकलना शुरू किया, लेकिन शहर में पानी भरने की वजह से वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई और जगह-जगह जाम की समस्या भी बन गई। पहले रोहतक के छोटू राम चौक पर बारिश में पानी भरता था, लेकिन अब क्या छोटू राम चौक, क्या सेक्टर 14, क्या पालिका बाजार, क्या मॉडल टाउन और क्या शहर की अंदरूनी कालोनियां सब एक समान हो गई। पूरे शहर में सड़कों पर गंदा पानी बहता हुआ नजर आया।

हालांकि प्रशासन लगातार दावे करता रहा कि मानसून आने से पहले सभी सीवरेज और ड्रेनेज की सफाई कर दी गई, लेकिन पहली ही बरसात ने प्रशासन के दावों की पोल खोल दी। लोगों का कहना है कि यह तो शुरुआत है और अगर पहली ही बारिश में यह हालात हुए हैं तो आगे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किन परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि शहर की कोई भी सड़क या रास्ता ऐसा नहीं है, जहां पर आसानी से निकला जा सके। हर जगह गंदा बदबूदार पानी बरसात के पानी के साथ मिलकर लोगों का जीना दूभर कर रहा है।