आमरण अनशन पर बिगड़ी 15 विद्यार्थियों की तबीयत, अस्पताल में भर्ती

मैनेजमेंट पर शिक्षकों के साथ अन्य सुविधाएं न होने के आरोप लगाते हुए वर्ल्ड मैडीकल के छात्र-छात्राएं पिछले एक माह से ज्यादा समय से झज्जर के श्रीराम पार्क में धरना दिए बैठे हैं। पांच दिन से उन्होंने आमरण अनशन भी जारी किया हुआ है।

आमरण अनशन पर बिगड़ी 15 विद्यार्थियों की तबीयत, अस्पताल में भर्ती

झज्जर के वर्ल्ड मैडीकल कालेज के तीसरे साल के स्टुडेंट का धरना आज 39 वें दिन में प्रवेश कर गया है। इसके अलावा पांच दिनों से वे आमरण अनशन कर रहे हैं। शासन-प्रशासन पर सुनाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए उनका कहना है कि अब मौत ही एक रास्त नजर आ रहा है। भविष्य चौपट हो चुका है और 15 साथी अनशन के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। हैरानी की बात यह है कि मैडीकल में भर्ती छात्रों के लिए वहां बेड तक नहीं मिल रहे हैं। उनको फर्श पर लिटाकर इलाज किया जा रहा है। छात्रों का आरोप है कि सरकार सत्ता के नशे में है, उनको सिर्फ चुनावों की पड़ी है। उन दलों के लोग उनको समर्थन देने आते हैं, जिनके पास पावर नहीं है।मैनेजमेंट पर शिक्षकों के साथ अन्य सुविधाएं न होने के आरोप लगाते हुए वर्ल्ड मैडीकल के छात्र-छात्राएं पिछले एक माह से ज्यादा समय से झज्जर के श्रीराम पार्क में धरना दिए बैठे हैं। पांच दिन से उन्होंने आमरण अनशन भी जारी किया हुआ है। इससे पहले वे अदालत के अलावा शासन-प्रशासन को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु  की मांग भी कर चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि अभी तक इनका कोई समाधान नहीं निकल पाया है। जबकि ये नीचे से लेकर ऊपर तक सरकार से संबंधित हर दरवाजे को खटखटा चुके हैं। दूसरी ओर मैनेजमेंट इन छात्रों पर कई तरह के आरोप लगाकर अपना पक्ष रख रहा है। धरने पर बैठी तृतीय वर्ष की छात्रा कोमल लाकड़ा का कहना है कि इतने लंबे संघर्ष के बाद भी सरकार की ओर से उन्हें कोई पूछने तक नहीं आया। जहां भी जाते हैँ उन्हें केवल और केवल आश्वासन मिल रहे हैं। नागरिक अस्पताल में उनके साथियों को हालत बिगड़ने पर भर्ती करने में भी आनाकानी की जा रही है। उनके बीमार साथियों को बेड तक नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनका भविष्य बर्बाद हो चुका है और मरने के अलावा कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। लाकड़ा का कहना है कि बिना समाधान वे यहां से नहीं उठेंगे चाहे उन्हें चालीस माह लग जाएं।